राष्ट्रीयस्वास्थ्य

दवाई खाने के बाद क्या-क्या नहीं करना चाहिए? हो सकती है आपकी मौत




किसी भी तरह के इंफेक्शन के दौरान अक्सर लोग दवाओं का इस्तेमाल करते हैं। बैक्टीरियल हो या नॉन बैक्टीरियल इंफेक्शन इस दौरान दवा का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है दवा लेने के बाद अक्सर कुछ गलतियां आप कर बैठते हैं जो आपको नहीं करनी चाहिए?

दवा का कोर्स जरूर पूरा करना चाहिए
कई बार ऐसा होता है कि डॉक्टर किसी मरीज को दवा का एक कोर्स देते हैं जो अक्सर लोग पूरा नहीं करते हैं। जब बीमारी होती है तो दवा खा लेते हैं और फिर हल्का सा ठीक हो जाते हैं तो पूरी तरह से छोड़ देते हैं। दवा खाने में गैप कर देते हैं। ऐसा करने से आपकी तबीयत खराब हो सकती है। अक्सर यह होता है कि अगर आप कोर्स पूरा नहीं करते हैं तो दवा का अक्सर बैक्टीरिया पर ठीक से काम नहीं करता है. बैक्टीरिया इसके प्रति रेजिस्टेंट हो जाता है।

दवा खाने के बाद कभी भी यह गलती न करें

अंगूर या खट्टा फल – दवा खाने के बाद नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे दवा पचने में काफी दिक्कत होती है।

डेयरी प्रोडक्ट- दवा खाने के बाद डेयरी प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि दूध, दही, पनीर और डेयरी प्रोडक्ट का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इससे शरीर पर साइड इफेक्ट नहीं दिखते हैं।

टायरामाइन युक्त खाद्य पदार्थ-  मोनोमाइन ऑक्सीडेज इनहिबिटर जो अवसाद और पार्किंसंस रोग के लक्षणों का इलाज करते हैं. और अन्य दवाएं टायरामाइन के टूटने में बाधा डाल सकती हैं, जो कई खाद्य पदार्थों में पाया जाने वाला एक एमिनो एसिड है. ब्लड सर्कुलेशन में टायरामाइन का उच्च स्तर भी रक्तचाप में वृद्धि का कारण बन सकता है. आम तौर पर टायरामाइन युक्त खाद्य पदार्थों में चॉकलेट, प्रोसेस्ड मीट, पुराना या परिपक्व पनीर और सोया उत्पाद शामिल हैं।

टायरामाइन से भरपूर हरी पत्तेदार सब्जियां, या दवा खाने के दौरान शराब नहीं पीना चाहिए- आपको हमेशा हरी सब्जियां खाने के लिए कहा जाता है, लेकिन अगर आप रक्त पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं, तो आपको इनका सेवन कम करना पड़ सकता है. हरी, पत्तेदार सब्जिय़ों में पाए जाने वाले विटामिन के की उच्च मात्रा रक्त के थक्कों को रोकने की दवा की क्षमता को कम कर सकती है. ऐसा तब होता है जब आप अपने आहार में अचानक हरी सब्जिय़ों की संख्या कम या ज़्यादा कर देते हैं. इसलिए आपको उन्हें पूरी तरह से छोडऩे की ज़रूरत नहीं है. उन्हें नियमित मात्रा में खाने से आपके विटामिन के का स्तर संतुलित रहेगा।

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