रेगिस्तानी मुल्क में बाढ़ जैसे हालात, बारिश से पानी-पानी हुआ दुबई
सडक़ों, घरों और मॉल में भरा पानी
दुबई । संयुक्त अरब अमीरात के कई हिस्सों में भारी बारिश होने से हालात भयावह नजर आए। राजधानी दुबई में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए। दुबई की सडक़ों, घरों और मॉल में पानी भर गया। राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने देश के कई इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया है और लोगों से ‘सतर्क’ रहने की अपील की है। दुबई के अलावा ओमान में भी भारी बारिश ने कहर बरपाया है। बारिश की वजह से यहां 18 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा अबू धाबी, अल ऐन जैसे शहरों में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कई प्रमुख हाईवे और एयरपोर्ट पर पानी भर गया, जिसकी वजह से हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। भारी बारिश के चलते कई लोग लापता भी बताए जा रहे हैं।
राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने दुबई, अबू धाबी और शारजाह समेत कई क्षेत्रों में बुधवार तक भारी बारिश की संभावना जताई है। राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र में कार्यरत अहमद हबीब ने कहा, दुबई, अबू धाबी, शारजाह और अमीरात की अन्य जगहों पर ना केवल भारी बारिश की संभावना है बल्कि ओलावृष्टि भी संभव है। लोगों को अपने वाहनों को बाढ़ संभावित क्षेत्रों से दूर, सुरक्षित और ऊंचे स्थानों पर पार्क करने की सलाह दी गई है। बारिश की वजह से लोगों के मस्जिदों के बजाय घर पर ही नमाज अदा करने को कहा गया है। अधिकारियों ने जरूरी होने पर ही घर से बाहर जाने की सलाह दी है।
भारी बारिश और तूफान के कारण दुबई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पानी ही पानी नजर आया। 50 से अधिक उड़ानों को रद्द भी किया गया है। दुबई एयरपोर्ट के एक प्रवक्ता ने कहा कि भीषण तूफानकी वजह से समस्या हुई लेकिन अब रिकवरी मोड में हैं। बारिश के चलते दुबई मेट्रो की रेड लाइन सेवाएं बाधित हुई हैं। कई मेट्रो स्टेशनों पर पानी भर गया। दुबई से अबू धाबी, शारजाह और अजमान की बस सेवाओं पर भी ब्रेक लग गई। हालात से बन गए कि बड़े शॉपिंग सेंटर, दुबई मॉल और मॉल ऑफ एमिरेट्स में भी पानी भर गया।
बता दें कि, संयुक्त अरब अमीरात एक रेगिस्तानी देश है जहां बारिश एक असामान्य घटना है। इस बीच भारी बारिश के चलते पूरे यूएई में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। ओलावृष्टि के साथ तूफान की संभावना भी जताई गई है। संयुक्त अरब अमीरात के कुछ इलाकों में 24 घंटों के दौरान 80 मिलीमीटर (3.2 इंच) से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जो वार्षिक औसत से अधिक है।