सुमित्रा ध्यानी ने आम जनता से की कांग्रेस के पक्ष में मतदान की अपील, कहा पहले मतदान फिर जलपान
सुमित्रा ध्यानी ने वार्ड 33 को मॉडल वार्ड बनाने का संकल्प दोहराया
कई संगठनों व संस्थाओं का समर्थन सुमित्रा ध्यानी के साथ
देहरादून। नगर निकाय चुनाव के मतदान का शोर पूरी तरफ थम चुका है। कल 23 जनवरी गुरुवार को सुबह से मतदान होना है। यमुना कालोनी वार्ड 33 से कांग्रेस की उम्मीदवार सुमित्रा ध्यानी ने प्रचार के अंतिम दिन अपने वार्ड में घर-घर जाकर वोट मांगे और लोगों से कांग्रेस के पक्ष में मतदान की अपील की।
निवर्तमान पार्षद सुमित्रा ध्यानी ने अपने पूरे चुनाव प्रचार के दौरान पिछले पांच वर्षों में हुए विकास कार्यों को गिनाने के साथ ही अगने पांच वर्ष का रोड़ मैप जनता के सामने रखा। उन्होंने कहा कि उनका एक ही लक्ष्य है यमुना कालोनी वार्ड को मॉडल वार्ड के रूप में विकसित करना है। सुमित्रा ध्यानी का कहना है कि वह यमुना कालोनी को आदर्श वार्ड बनाने का संकल्प लिए है और वह चाहती है कि पूरे प्रदेश में यमुना कालोनी वार्ड माडल वार्ड बनें। इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल के दौरान उन्होंने इस क्षेत्र की बेहतरी के लिए हरसंभव प्रयास किये हैं। उन्होंने कहा यहां की नालियों की साफ-सफाई के अलावा सड़कों को गड्ढामुक्त करना, स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था करना, बुजुर्ग और विधवा पेंशन शिविर के साथ ही मेडिकल कैंप और आयुष्मान कार्ड भी बनवाए हैं। उन्होंने कहा कि यहां की महिलाओं को आर्थिक रूप से संपन्न करने के लिए सिलाई-कढ़ाई केंद्र भी शुरू किया जाएगा और नौनिहालों के लिए लाइब्रेरी की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने क्षेत्रवासियों को आश्वासन दिया है कि यमुना कालोनी वार्ड का चहुमुंखी विकास करेंगी।
आपको बता दें कि यमुना कालोनी वार्ड को पार्षदों की हॉट सीट माना जा रहा है। यहां प्रदेश कैबिनेट के मंत्री, विपक्ष के नेता, सीनियर इंजीनियर और नौकरशाह रहते हैं। इसके अलावा वार्ड में सरकारी विभागों व निगमों के कर्मचारी रहते हैं। इसके अलावा बिंदाल, सैयद मौहल्ला और कुम्हार बस्ती जैसे घनी आबादी वाले इलाके भी हैं। निवर्तमान पार्षद सुमित्रा ध्यानी का कहना है कि उन्होंने पिछले पांच साल में इस वार्ड की बुनियादी समस्याओं जैसे जलभराव, नालियों की सफाई, वार्ड की स्वच्छता, स्ट्रीट लाइट लगाने आदि काम किये हैं। इस बीच सुमित्रा ध्यानी को उत्तरजन सेंचुरियन क्लब, विचार एक नई सोच, गढ़ समाज, हिमंवत संस्था, श्रीराम भक्त संगठन आदि संस्थाओं ने अपना समर्थन दिया है।